Baglamukhi Tantra Puja can be done any time but the best time is in the morning, noon and evening. Baglamukhi Tantra Puja can also done in Mid Night.
वैसे तो भगवती की पूजा अहर्निशा की जा सकती है किन्तु पूजा का सर्वोत्तम काल त्रिकाल (प्रातः , मध्याह्न एवं सुर्यास्त) है | अर्धरात्रि भी उत्तम है , पर यह काल क्षुद्र देवो के प्राबल्य का काल होता है - त्रिकालं पुजयेद्देवीं त्रिकालं प्रजपेन्मनुं | इन तीनो काल में भगवति का पूजन एवं मन्त्र जाप् करना चाहिये |
वैसे तो भगवती की पूजा अहर्निशा की जा सकती है किन्तु पूजा का सर्वोत्तम काल त्रिकाल (प्रातः , मध्याह्न एवं सुर्यास्त) है | अर्धरात्रि भी उत्तम है , पर यह काल क्षुद्र देवो के प्राबल्य का काल होता है - त्रिकालं पुजयेद्देवीं त्रिकालं प्रजपेन्मनुं | इन तीनो काल में भगवति का पूजन एवं मन्त्र जाप् करना चाहिये |
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